Sunday, August 14, 2011

वंदे मातरम ..........(लता मंगेशकर ....... आनन्द मठ )


ऐ मेरे वतन के लोगों ...........(लता मंगेशकर ..... हक़ीकत )


पूछे जो कोई मेरी निशानी नाम अदा लिखना .....................(श्रेया & शान ....... यहाँ )


एहसान तेरा होगा मुझ पर .............( रफ़ी )


नैनों में बदरा छाये .............. ( लता मंगेशकर ...... मेरा साया )


तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे ...........


Thursday, August 4, 2011

पर्वतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है .............. (रफ़ी&सुमन कल्याणपुर )


तुम गगन के चन्द्रमा हो मैं धरा की धूल हूँ ......... (लता )


चन्दा ओ चन्दा किसने चुरायी तेरी मेरी निंदिया ...............(लता )


ज़माने से निराला है मेरी उलफ़त का अफ़साना .....................(लता ................ पहली झलक )


तुम्ही हो तुम्ही हो जाने जां ,अब मेरी ज़िन्दगी ...................(लता &किशोर ....... रंगीला रतन )